Saturday, November 13, 2010

Sher

हम आये थे तेरे दर पे सवाली बन के
जालिम तुम ने ही हजार रूपये मांग लिए

2 comments:

  1. मोहतरमा,
    ब्लॉग जगत में स्वागत है!
    सारे शेर दहाड़ रहे हैं!
    बहुत अच्छे!
    आशीष
    ---
    पहला ख़ुमार और फिर उतरा बुखार!!!

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